*शहीद अशफाक उल्ला खाँ के प्रपोत्र सम्मानित*
--.--------------------------------------------------
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कैम्पेन 'आजादी 70' के अंतर्गत आज स्वामी शुकदेवानन्द कालेज में शहीद अशफाक उल्लाह खान के प्रपोत्र अशफाक उल्ला खाँ को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर अशफाक उल्लाह खाँ ने कहा कि जो देश अपने शहीदो के बलिदान को भूल जाता है,तारीख उसका नामोनिशा मिटा देती है।उन्होंने कहा कि शाहजहाँपुर शहर शहादत की धरती है।यह वो पवित्र भूमि है जिसमे शहीदों के सर दफ़न है।उन्होंने शहीदों के कई घटनाक्रम साझे करते हुए बताया कि फ़ैजाबाद जेल में फाँसी होने के बाद उनके पार्थिव शरीर को रेल द्वारा शाहजहाँपुर लाया गया था।हुकूमत की सख्ती के बावजूद लखनऊ स्टेशन पर चालीस हजार लोग उनके दर्शन को पहुँचे थे।शहीद अशफाक उल्लाह खाँ ने अपनी माँ को लिखे पत्र में कहा कि भारत माता की अमानत में ख्यानत मैं नही कर सकता।कालेज प्राचार्य डॉ ए के मिश्र,कला संकाय प्रभारी डॉ अलोक मिश्र,डॉ आदित्य सिंह,डॉ शालीन कुमार सिंह,डॉ आरबीएस यादव,डॉ श्रीकांत मिश्र,डॉ राम शंकर पाण्डेय इस अवसर पर उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन डॉ विकास खुराना ने किया।
--.--------------------------------------------------
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कैम्पेन 'आजादी 70' के अंतर्गत आज स्वामी शुकदेवानन्द कालेज में शहीद अशफाक उल्लाह खान के प्रपोत्र अशफाक उल्ला खाँ को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर अशफाक उल्लाह खाँ ने कहा कि जो देश अपने शहीदो के बलिदान को भूल जाता है,तारीख उसका नामोनिशा मिटा देती है।उन्होंने कहा कि शाहजहाँपुर शहर शहादत की धरती है।यह वो पवित्र भूमि है जिसमे शहीदों के सर दफ़न है।उन्होंने शहीदों के कई घटनाक्रम साझे करते हुए बताया कि फ़ैजाबाद जेल में फाँसी होने के बाद उनके पार्थिव शरीर को रेल द्वारा शाहजहाँपुर लाया गया था।हुकूमत की सख्ती के बावजूद लखनऊ स्टेशन पर चालीस हजार लोग उनके दर्शन को पहुँचे थे।शहीद अशफाक उल्लाह खाँ ने अपनी माँ को लिखे पत्र में कहा कि भारत माता की अमानत में ख्यानत मैं नही कर सकता।कालेज प्राचार्य डॉ ए के मिश्र,कला संकाय प्रभारी डॉ अलोक मिश्र,डॉ आदित्य सिंह,डॉ शालीन कुमार सिंह,डॉ आरबीएस यादव,डॉ श्रीकांत मिश्र,डॉ राम शंकर पाण्डेय इस अवसर पर उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन डॉ विकास खुराना ने किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें